Saturday, March 31, 2018

कहानी - आकाश मिश्रा

इस बार कुछ पंक्तियाँ बाल मनुहारों के लिये:
कहानी - आकाश मिश्रा
आओ बच्चों तुम्हें सुनाऊँ आज मैं एक कहनी
शेर है जंगल का राजा और मछली जल की रानी
चंदा मामा टुक टुक देखें गायें प्यारे गीत
टिम टिम तारे चमके जैसे हो गयी उनकी जीत
सूरज चाचू चम चम चमके देखो हो गयी भोर
चीं चीं बोले सोन चिरैया गाना गाए मोर
ऊँची ऊँची चढ़ी गिलहरी खाने गयी आम
यहाँ वहाँ वो उचके कूदे सुबह से लेके शाम
छुक छुक करती रेल चली है ख़ूब मचाए शोर
चुक चुक दौड़ा चुन्नु चूहा दाँत से काटे डोर
टक टक जब तुम ऊपर देखो जहाँ वो नभ है नीला
झम झम करके पानी बरसे कर दे हम को गीला
आओ बच्चों तुम्हें सुनाऊँ आज मैं एक कहनी
शेर है जंगल का राजा और मछली जल की रानी
- आकाश मिश्रा

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