रफ़ू - आकाश मिश्रा
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ऐ रफूगर कर दे रफ़ू
रिश्तों में पड़ी दरार का
हमारी इक्षा बेशुमार का
देश में लड़ते हिंदू मुसलमान का
शिक्षा बाँटती विद्या की दुकान का
रिश्तों में पड़ी दरार का
हमारी इक्षा बेशुमार का
देश में लड़ते हिंदू मुसलमान का
शिक्षा बाँटती विद्या की दुकान का
ऐ रफूगर कर दे रफ़ू
ग़रीबी पे हँसती ज़रूरत का
अन्याय के ख़िलाफ़ खड़ी मूक मूरत का
जवानी में घुलते नशे के ग़ुबार का
धर्म को बाँटते पर्व और त्योहार का
ग़रीबी पे हँसती ज़रूरत का
अन्याय के ख़िलाफ़ खड़ी मूक मूरत का
जवानी में घुलते नशे के ग़ुबार का
धर्म को बाँटते पर्व और त्योहार का
ऐ रफूगर कर दे रफ़ू
राजनीति में बहकते युवाओं का
पर्चियों में लिखी महँगी दवाओं का
भूक से मरते किसान की बेबसी का
दूसरों के दुखो पर बढ़ती हमारी ख़ुशी का
राजनीति में बहकते युवाओं का
पर्चियों में लिखी महँगी दवाओं का
भूक से मरते किसान की बेबसी का
दूसरों के दुखो पर बढ़ती हमारी ख़ुशी का
ऐ रफूगर कर दे रफ़ू
इंसानियत में बढ़ती मतलब की दीवार का
बँटवारे और क्रोध के बढ़ते हुए ज्वार का
ऐ रफूगर कर दे रफ़ू, जोड़ दे इन फटी चिंदियों को
बना एक इंसान जोड़ दे जुदा बुर्क़े पगड़ी और बिंदियो को।
इंसानियत में बढ़ती मतलब की दीवार का
बँटवारे और क्रोध के बढ़ते हुए ज्वार का
ऐ रफूगर कर दे रफ़ू, जोड़ दे इन फटी चिंदियों को
बना एक इंसान जोड़ दे जुदा बुर्क़े पगड़ी और बिंदियो को।
- आकाश मिश्रा
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waaah kya khoob likhe hain aap.....
ReplyDeleteplease hume bhi support kijiye - ankitakp.blogspot.com